कोरोना ने ली एक और दिग्गज भारतीय खिलाड़ी की जान, खेल जगत में शोक की लहर
देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. रोजाना 3 लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, तो 4 हजार से अधिक लोगों की जान भी चली जा रही है. इधर खेल जगत से भी लगातार बुरी खबर सामने आ रही है.भारत के पूर्व टेबल टेनिस खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता वी चंद्रशेखर का कोरोना से बुधवार को निधन हो गया. कोरोना संक्रमित होने के बाद उनका नलाज उक निजी अस्पताल में चल रहा था. वी चंद्रशेखर 64 साल के थे.
उन्होंने अपने पीछे पत्नी और पुत्र को छोड़ गये हैं. चंद्रा नाम से मशहूर चंद्रशेखर ने तीन बार राष्ट्रीय चैंपियन बने थे. इसके अलावा 1982 में राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में भी पहुंचे थे. चेन्नई में जन्में चंद्रशेखर एक सफल कोच भी रहे हैं.
घुटने की असफल ऑपरेशन के कारण खत्म हो गया था चंद्रशेखर का कैरियर
चंद्रशेखर का कैरियर 1984 में घुटने के असफल ऑपरेशन के बाद खत्म हो गया. उनका चलना फिरना भी बंद हो गया था. चंद्रशेखर की आवाज और दृष्टि भी चली गयी थी. हालांकि उसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और ठीक होकर कोच भी बने. बाद में उन्होंने अस्पताल के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी और जीते भी. जिन खिलाड़ियों को उन्होंने कोचिंग दी उनमें वर्तमान भारतीय खिलाड़ी जी साथियान भी शामिल हैं.
1982 में मिला था अर्जुन पुरस्कार
मालूम हो टेबल टेनिस में उनकी उपलब्धियों के चलते चंद्रशेखर को 182 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. एशियन गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था.
चंद्रशेखर का कैरियर 1984 में घुटने के असफल ऑपरेशन के बाद खत्म हो गया. उनका चलना फिरना भी बंद हो गया था. चंद्रशेखर की आवाज और दृष्टि भी चली गयी थी. हालांकि उसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और ठीक होकर कोच भी बने. बाद में उन्होंने अस्पताल के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी और जीते भी. जिन खिलाड़ियों को उन्होंने कोचिंग दी उनमें वर्तमान भारतीय खिलाड़ी जी साथियान भी शामिल हैं.
1982 में मिला था अर्जुन पुरस्कार
मालूम हो टेबल टेनिस में उनकी उपलब्धियों के चलते चंद्रशेखर को 182 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. एशियन गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था.