लालची परी ने रची साजिश दिया वारदात को अंजाम
एक बहुत सुन्दर परीलोक था 'उसमे बहुत सारी परियां ख़ुशी-ख़ुशी रहती थी पर एक परी सब परियों से जलती थी।“उसका नाम रोजी था। परियों की रानी! रूबी नाम की परी को रानी बनाने जा रही थी।
पर रोजी से यह सब बर्दाश्त नहीं हो रहा था क्योंकि वह रानी बनना चाहती थी। रोजी एक दिन झरने के पास बैठी हुई थी , उसके पास से एक पत्थर लुढ़ककर झरने मे नीचे गिर जाता है। उसको यह देखकर समझ आता है। ऐसे तो मैं रूबी परी को यहाँ से नीचे धक्का मारकर गिरा सकती हूँ।
वह यह सोचकर परी लोक आती है। कि आज मे रूबी परी को अपने साथ लेकर जाऊँगी और झरने से धक्का दे दूंगी। वह रूबी परी को अपने साथ घूमने के लिए चलने को बोलती है , पर रूबी परी कहती है उसको कुछ काम है वह अभी नहीं चल सकती। फिर रोजी परी वहाँ से गुस्से मे चली जाती है।
दूसरे दिन सभी परियों को रानी परी बुलाती है और कहती है कि कल मैं‘रूबी परी‘को रानी बनाने जा रही हूँ तो सभी परियां कल समय से यहाँ आ जाये।यह बात सुनकर रोजी परी वहाँ से चली जाती है और सोचती है कि मेरे पास आज का ही दिन है तो मुझे आज रूबी परी को मारना ही पड़ेगा। वो आज फिर रूबी परी के पास उसको बाहर घूमने जाने को पूछती है।
आज रूबी परी उसके साथ चलने को तैयार हो जाती है। दोनों जब घूमते हुए झरने के पास पहुँचती है तब रोजी परी रूबी परी को कहती है। आज तुम नहीं बचोगी रूबी परी मै तुम्हें यहाँ से नीचे धक्का दे दूँगी और कल मैं रानी बनूँगी।
रूबी परी कहती है - तुम तो मेरी दोस्त हो तुम ऐसा नहीं कर सकती पर रोजी परी !रोज़ी रुबी परी को झरने के नीचे धकेल देती है। रानी परी यह सब देख लेती है और रोजी परी से परी होने के सारे अधिकार छीन लेती है और परी लोक से बाहर निकाल देती है। फिर वह रूबी परी को बचाकर बाहर ले आती है और दूसरे दिन उसको रानी बना देती है।
उमींद है दोस्तों आपको यह कहानी पसंद आई होगी हमे कमेंट कर के ज़रूर बताऐ
सीख - तो दोस्तों इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है की हमे कभी भी लालच नहीं करनी चाहिये और न नही किसी के लिए मन में बदले की भावना रखनी चाहिये जो अपने पास है उसी में खुश रहना चाहिये
@Rehman