2 साल बाद फिर खुले मक्का के दरवाजे, अब तक 47 हजार भारतीय करने पहुंचे हज
मक्का । सऊदी अरब ने इस साल 10 लाख मुस्लिमों को हज करने की अनुमति दी है। 2019 के बाद पहली बार सऊदी अरब विदेशी हज तीर्थयात्रियों का एक बार फिर स्वागत कर रहा है। कोरोना महामारी की वजह से साल 2020 और 2021 में सिर्फ सऊदी अरब निवासियों को ही हज यात्रा की अनुमति थी। सऊदी अरब के हज मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, रविवार की रात तक 2 लाख 66 हजार हाजी पवित्र शहर मक्का और मदीना शरीफ पहुंच चुके थे। 171,606 तीर्थयात्री पिछले कुछ दिनों में मदीना से मक्का के लिए विदा हो चुके हैं, जबकि 95,194 अभी भी इस पवित्र शहर में ही हैं। इस साल कुल 79,237 भारतीय यात्री हज में शामिल होंगे। केंद्रीय हज कमेटी ने 56,637 यात्रियों को हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी है। इस बीच, 22600 हज यात्री हज ग्रुप ऑर्गेनाइजर्स (एचजीओ) के माध्यम से सऊदी अरब पहुंचेंगे।हज 2022 की शुरुआत अगले सप्ताह (7 जुलाई) से होगी, क्योंकि मुस्लिम धुल-हिज्जा महीने (इस्लामिक कैलेंडर वर्ष के 12वें महीने) के आठवें और 13वें दिन के बीच हज की यात्रा पूरी करते हैं। अधिकांश इस्लामिक देशों में ईद-उल-अजहा 9 जुलाई 2022 को मनाए जाने की उम्मीद है। केंद्रीय हज कमेटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जावीद कलंगड़े ने बताया कि 47114 भारतीय तीर्थ यात्री 168 विशेष फ्लाइटों से अभी तक सऊदी अरब पहुंच चुके हैं। इनमें से 44,624 मक्का में हैं, जबकि 2486 मदीना पहुंच चुके हैं।2 साल बाद फिर खुले मक्का के दरवाजे, अब तक 47 हजार भारतीय करने पहुंचे हज
केंद्रीय हज कमिटी ने मक्का और मदीना में भारतीय हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर तरह के कदम उठाए हैं। हज कमिटी के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय दूतावास के अधिकारी हज यात्रियों की सेहत पर नज़र रख रहे हैं। जावीद कलंगड़े ने बताया कि हज यात्रियों की अंतिम खेप को लेकर मुंबई से अंतिम फ्लाइट 3 जुलाई को रवाना होगी। इसके साथ ही हज कमेटी हज यात्रियों को तीर्थयात्रा पर भेजने का काम पूरा कर लेगा। हज कमेटी ने बताया कि हज की अवधि 8वें जिल-हिज्जा (7वें जिल-हिज्जा की मगरिब की नमाज से) शुरू होगी। मोआल्लिम बसें तीर्थयात्रियों को लेकर मक्का से मीना जाती है जो हरम शरीफ से 7-8 किलोमीटर की दूरी पर है।
हज कमेटी ने हज यात्रियों से अपील की है कि वे मोआल्लिम के कार्यक्रमों पर अमल करें क्योंकि सभी तीर्थयात्रियों पर पर्याप्त नजर रखी जाती है और उन्हें निर्धारित समय पर मीना पहुंचाया जाता है। इसलिए, हज यात्रियों को चाहिए कि वे जहां तक संभव हो, कार्यक्रम का सख्ती से पालन करें और मोआल्लिम के कर्मचारियों के साथ सहयोग करें। मीना में यात्रियों को मोआल्लिम द्वारा उपलब्ध कराए गए शिविरों में ठहराया जा सकता है। हज कमेटी ने हज यात्रियों से कहा है कि वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और बेहतर साफ-सफाई बनाए रखें और स्थानीय हज अथॉरिटीज के निर्देशों और स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करें।
हज कमेटी ने हज यात्रियों से अपील की है कि वे मोआल्लिम के कार्यक्रमों पर अमल करें क्योंकि सभी तीर्थयात्रियों पर पर्याप्त नजर रखी जाती है और उन्हें निर्धारित समय पर मीना पहुंचाया जाता है। इसलिए, हज यात्रियों को चाहिए कि वे जहां तक संभव हो, कार्यक्रम का सख्ती से पालन करें और मोआल्लिम के कर्मचारियों के साथ सहयोग करें। मीना में यात्रियों को मोआल्लिम द्वारा उपलब्ध कराए गए शिविरों में ठहराया जा सकता है। हज कमेटी ने हज यात्रियों से कहा है कि वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और बेहतर साफ-सफाई बनाए रखें और स्थानीय हज अथॉरिटीज के निर्देशों और स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करें।