300 करोड़ रुपये के लिए बहू ने ससुर के साथ किया ऐसा काम सबके उड़ गए होश


22 मई 2024 का दिन... महाराष्ट्र के नागपुर में दिनदहाड़े जब एक बुजुर्ग आदमी को तेज़ रफ्तार कार कुचल देती है । और उस बुजुर की मौके पर ही मौत हो जाती है और ड्राइवर पकड़ा जाता है... पुलिस इसे एक एक्सीडेंट मानकर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लेती है। हादसे में मरे हुए उस बुजुर्ग का नाम था पुरुषोत्तम पुट्टेवार जो की शहर के जाने माने बिजनेसमैन थे और उनकी प्रॉपर्टी लघभग 300 करोड़ रुपए की थी

अब आप समझे 300 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी और उस बुजुर्ग की चार से कुचलकर मौत

ड्राइवर पकड़ा जाता है कुछ कागजी कार्रवाई के बाद ड्राइवर को जमानत पर छोड़ दिया जाता है। हादसे वाले दिन पुरुषोत्तम अस्पताल में भर्ती अपनी पत्नी से मिलकर घर लौट रहे थे। तभी उनका एक्सीडेंट हो जाता है अभी तक पुलिस और पुरुषोत्तम की फैमिली के लोग यह मान रहे थे कि ये एक हादसा है। लेकिन, पुलिस मामले की जांच करते हुए एक cctv कैमरा देखती है वह देखते ही सब के पैरो तले से जमीन खिसक सी जाती है पुलिस वाले देखते है की उस विडियो में जिस कार से पुरुषोत्तम पुट्टेवार का एक्सीडेंट हुआ, फुटेज में वो कार संदिग्ध तरीके से पहले से खड़ी नजर आ रही है। इसकी जानकारी सीनियर पुलिस अधिकारियों को दी जाती है। अब मामले की गहराई से जांच के आदेश दे दिए जाते हैं। और करीब 15 दिन की तफ्तीश के बाद, जब सच्चाई सामने आती है, तो रिश्तों के कत्ल की एक भयानक कहानी से पर्दा उठ जाता है।

पुरुषोत्तम पुट्टेवार की मौत एक्सीडेंट नहीं, बल्कि एक सोची समझी साजिश के तहत उनका कत्ल किया गया था। ये साजिश थी 82 साल के पुरुषोत्तम की करीब 300 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी के लिए। और इस साजिश का सूत्रधार कोई और नहीं, बल्कि खुद पुरुषोत्तम की बहू यानी उनके बेटे की पत्नी अर्चना पुट्टेवार थी। शहर के टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट में अर्चना असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर है। अर्चना की नजर पुरुषोत्तम की सारी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की थी। इसके लिए वो दो बार पहले भी अपने ससुर की हत्या की साजिश रच चुकी थी। हालांकि, उसकी प्लानिंग कामयाब नहीं हो पाई और पुरुषोत्तम बच गए।

पुलिस ने इस मामले में सुपारी के तौर पर दिए गए 17 लाख रुपये मूल्य का सोना, नकदी और कार बरामद कर लिए हैं। हालांकि, इस काम के लिए 1 करोड़ रुपए की सुपारी तय की गई थी। इसके अलावा कत्ल को अंजाम देने के बदले में एक आरोपी को बीयर बार के लिए जगह और लाइसेंस दिलाने का भी लालच दिया गया था। अर्चना ने इस काम के लिए कुछ लोगों को हायर किया और कहा कि एक्सीडेंट के लिए कोई पुरानी गाड़ी खरीदी जाए। प्लान के मुताबिक, पुरुषोत्तम की हत्या को पूरी तरह से हादसे में तब्दील करना था।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 53 वर्षीय अर्चना ने इस काम को अंजाम देने के लिए अपने पति के ड्राइवर सार्थक बागड़े और दो अन्य आरोपियों- नीरज निमजे और सचिन धार्मिक के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। हालांकि, इन सभी की साजिश कामयाब होने से पहले ही पुलिस ने उनका पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में अर्चना पुट्टेवार की गिरफ्तारी पिछले हफ्ते ही हुई है। पुलिस ने इन सभी पर हत्या सहित आईपीसी और मोटर वाहन अधिनियम के तहत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Tech