जबलपुर: नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे राजेश सोनकर (38) की मौत आज मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई। राजेश रेप के आरोप में सजा काट रहा था। जेल प्रबंधन का कहना है कि उसे डायरिया की वजह से मौत हुई है, जबकि परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में उसके साथ मारपीट की गई थी।
परिजनों का आरोप है कि राजेश के शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे, जिससे उसकी मौत हुई है। राजेश की तबियत सुबह अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे जेल अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी रही और अंततः उसकी मौत हो गई।
राजेश के भाई दीपक सोनकर ने आरोप लगाया कि जेल में राजेश के साथ लगातार मारपीट की जाती थी। उन्होंने कहा कि राजेश के कंधे, सिर और पैर पर चोट के निशान थे। दीपक का कहना है कि जेल में मिलने के दौरान भी राजेश ने मारपीट की शिकायतें की थीं। जेलर मदन कमलेश ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि राजेश की तबियत बिगड़ने पर उसे जेल अस्पताल में दवाई दी गई, और हालत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। उन्होंने बताया कि राजेश मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था और लंबे समय से बीमार चल रहा था।
जेलर ने कहा कि राजेश की मौत की सूचना कोर्ट को दी गई और पोस्टमार्टम के समय मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में वीडियोग्राफी भी करवाई गई है। जेल प्रबंधन ने कहा कि अगर राजेश के शरीर पर चोट के निशान होते तो वह पोस्टमार्टम के दौरान सामने आ जाते।
मामले की पूरी जांच के लिए अधिकारियों ने पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है।
Tags
Jabalpur