पटना: अपराधियों ने सीतामढ़ी जिले से पीछा कर कुख्यात राम कुमार उर्फ रामजी राय को दानापुर में गोलियों से भून डाला। वारदात दानापुर थानांतर्गत सगुना मोड़ से पूरब आर्य समाज के समीप कैफे हाइड हाउस के पास शुक्रवार की राम कुमार पर सीतामढ़ी जिले में हत्या सहित अन्य आरोपों के तहत 21 संगीन मामले दर्ज हैं। कई मामलो में पुलिस को उसकी तलाश थी। बताया जा रहा है कि विकास झा गैंग नसे उसकी दुश्मनी चल रही थी। उसी गैंग द्वारा वारदात को अंजाम देने की बात कही जा रही है।
रामजी मूल रूप से सीतामढ़ी जिले के डुमरा थानांतर्गत विश्वनाथपुर का रहने वाला था। डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सुबह के वक्त वह सीतामढ़ी जिले से कार पर सवार होकर पटना आया था। सगुना मोड़ के पास उसने सर्विस सेंटर में गाड़ी के इश्युरेंस के लिये क्लेम किया। फिर किसी को बाइक से बुलाया और उस पर सवार होकर जाने लगे। जैसे ही रामजी कैफे हाइड हाउस के पास पहुंचा, एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उसके ऊपर एक-एक कर चार गोलियां चलाईं। एक गोली उसके हेलमेट को छेदते हुए कनपटी में जाकर लगी, दूसरी गोली बांह के पीचे पंजरा में और तीसरी गोली पीठ में जाकर लगी।
गोली लगने के बाद रामजी जमीन पर गिर गया जबकि बाइक सवार उसका दोस्त मौके से भाग निकला। इधर, वारदात की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे दानापुर थानेदार प्रशांत कुमार भारद्वाज ने घटना की जांच की। मौका ए वारदात से सात एमएम के चार खोखे पुलिस ने बरामद किये। जांच में पता चला कि रामजी की दुश्मनी सीतामढ़ी के विकास झा गैंग से थी। दोनों के बीच पूर्व में भी कई बार गैंगवार हुये हैं जिसमें कई लाशें गिरी हैं। रामजी अपने दुश्मनों से छिपकर रहता था। वह सीतामढ़ी में ठेकेदारी भी करता था। इधर, घटना की खबर सुनकर बोरिंग रोड में रहने वाले मृतक के भगीना, भतीजी और बड़े भाई शत्रुघ्न कुमार मौके पर पहुंचे। बड़े भाई ने बताया कि रामजी सीतामढ़ी से अपनी कार से पटना आया था। वह दानापुर किसके साथ और कैसे आया, इसकी जानकारी नहीं है।
इस हत्याकांड से जुड़ा एक पत्र भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते। पत्र में लिखा हुआ है कि मैं प्रवक्ता राजा आप सभी मीडिया को सूचित करता हूं कि 16 अगस्त को पटना के पटना के फोर्ड सर्विस सेंटर के पास अपराधी रामकुमार की हत्या हुई है उस हत्या की जिम्मेदारी मैं लेता हूं।न पत्र में आगे लिखा है कि सीतामढ़ी डुमरा कल्याण पदाधिकारी की हत्या और आम लोगों के बीच व्याप्त रामजी के डर को खत्म करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है।
चार रोज पूर्व भी सीतामढ़ी जिले में अपराधियों ने रामजी की हत्या की कोशिश की थी। लेकिन शूटर असफल रहे थे। इसकी जानकारी पुलिस को मिली है। पटना पुलिस की टीम सीतामढ़ी पुलिस के संपर्क में है। मृतक रामजी राय का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। रामजी राय पटना में रहकर ठेकेदारी करता था। उसकी पहचान जेब में मौजूद आधार कार्ड से हुई। पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि पुलिस जल्द ही कांड का उद्भेदन कर लेगी। फिलहाल इस कांड से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
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