भोपाल। पुलिस हिरासत में 55 वर्षीय पीडब्ल्यूडी कर्मचारी मोहम्मद अकरम की मौत हो गई। उन्हें उनकी 19 वर्षीय बहू की दहेज प्रताड़ना की शिकायत पर ऐशबाग थाने बुलाया गया था। बुधवार शाम को पत्नी और बेटे के साथ थाने पहुंचे अकरम की तबीयत अचानक बिगड़ गई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने उनकी हालत को नजरअंदाज किया।
अकरम की पत्नी रुबीना ने बताया कि उनके पति घबराहट महसूस कर रहे थे, लेकिन एसआई अनिल श्रीवास्तव ने उन्हें अस्पताल जाने की इजाजत नहीं दी। अकरम के हाथ-पैर अकड़ने लगे, मगर पुलिस ने इसे 'नाटक' कहकर नजरअंदाज किया। कुछ ही देर बाद अकरम बेसुध हो गए और उन्हें हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने मामले की न्यायिक जांच का आश्वासन दिया है। परिवार और रिश्तेदारों में पुलिस के रवैये को लेकर गहरा आक्रोश है, जबकि पुलिस ने थाने में किसी तरह की बदसलूकी और मारपीट से इनकार किया है। मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
अकरम की मौत के बाद उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और एसआई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
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