
- सुसाइड नोट में बताई बेरहम बीवी के जुल्म की दर्दभरी कहानी
खुशी टाइम्स \कानपुर। फिल्म प्रोड्यूसर निशांत सुमनराज ने पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर मौत को गले लगा लिया है। निशांत सुमनराज की कहानी भी एआई इंजीनियर और मैनेजर मानव शर्मा जैसी ही है। निशांत सुमनराज का एक सुसाइड नोट भी पुलिस के हाथ लगा है। जिसमें उसने अपनी पत्नी और मौसी को मौत का जिम्मेदार बताया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
घटना की जानकारी विस्तार से
निशांत ने मुंबई के एक होटल में सुसाइड किया था। मौत से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जो सामने आय़ा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि जब तक तुम इस लेटर को पढ़ोगी, तब तक मैं जा चुका होऊंगा। मैं तुमसे नफरत कर सकता था, लेकिन नहीं किया। मैंने तुम्हें तब भी प्यार किया था, अब भी करता हूं, मैंने जो वादा किया था, वह कभी खत्म नहीं होगा। मेरी मौत की तुम और प्रार्थना मौसी जिम्मेदार हो.वहीं सुसाइड नोट को लेकर निशांत सुमनराज की मां का बयान सामने आय़ा है। उनका कहना है कि बेटे की शादी 3 साल पहले अपूर्वा पारीक से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही अपूर्वा ने निशांत के साथ ही पूरे परिवार को टॉर्चर करना शुरू कर दिया था। जिससे तंग आकर वह मुंबई वापस चला गया। वहीं इन सबके बीच अपूर्वा भी मुंबई जाकर उसके साथ रहने लगी। मुंबई में भी यही चीज चल रही थी। जिसकी वजह से वह घर नहीं जाता था। प्रताड़ना इतनी कि वह पार्क और बस स्टॉप में समय काटने लगा। जिसके बाद उसकी हालत को देखते हुए दोस्तों ने उसे समझाया।आगे निशांत की मां ने बताया कि मेरे बर्थडे के दिन निशांत ने अपूर्वा से साफ और सीधी बात करते हुए कहा कि तुम और मैं साथ नहीं रह सकते. तुम अपने घर में जाकर रहो। जिसके बाद वह अपने घर रहने के लिए चली गई। फिर निशांत ने उससे अलग होने के लिए कानपुर कोर्ट में तलाक की अपील की। जिसके बाद अपूर्वा के परिवार वालों ने सैटलमेंट करने की धमकी देते हुए 50 लाख रुपए की डिमांड की साथ ही ये भी कहा कि अगर पैसे नहीं दिए तो पूरे परिवार को जेल भेजवा देंगे। इन्हीं चीजों से तंग आकर बेटे ने फांसी लगाकर 28 फरवरी को जान दे दी। बहू के महंगे शौक ने बेटे की जान ली है। बहू और उसके मौसी के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है। तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं। यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है।
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